द कॉन्ज्यूरिंग: लास्ट राइट्स का समापन: वॉरेन दंपति की अंतिम कहानी और भारत में इसकी डिजिटल रिलीज़

विश्व स्तर पर लोकप्रिय हॉरर फ्रेंचाइजी ‘द कॉन्ज्यूरिंग’ का अंतिम अध्याय, “द कॉन्ज्यूरिंग: लास्ट राइट्स”, सिनेमाघरों में दर्शकों को डराने और रोमांचित करने के बाद अब एक नए मुकाम पर पहुँच गया है। 5 सितंबर, 2025 को रिलीज़ हुई इस फिल्म ने वैश्विक बॉक्स ऑफिस पर अपना दबदबा कायम रखा है और दुनिया भर में 45.8 करोड़ रुपये ($458 मिलियन) से अधिक की कमाई कर चुकी है, जिससे यह इस साल की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली हॉरर फिल्म बन गई है। पैट्रिक विल्सन और वेरा फ़ार्मिगा एक बार फिर असाधारण घटनाओं के जांचकर्ताओं, एड और लॉरेन वॉरेन की भूमिका में हैं। यह फिल्म सिर्फ़ एक डरावनी कहानी नहीं, बल्कि वॉरेन दंपति के सफ़र का एक भावनात्मक अंत है। अब यह फिल्म भारत में अपने डिजिटल डेब्यू के लिए पूरी तरह तैयार है।

जूडी के जन्म का अलौकिक रहस्य

फिल्म की शुरुआत वॉरेन परिवार के अतीत की एक महत्वपूर्ण घटना से होती है जो इसकी भावनात्मक नींव रखती है। 1964 में, जब लॉरेन गर्भवती थीं, वे एड के साथ एक केस पर काम कर रही थीं, तभी उन्हें असहनीय दर्द महसूस होता है। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया जाता है, जहाँ उनकी बेटी जूडी का जन्म होता है। डॉक्टर बच्ची को मृत घोषित कर देते हैं, लेकिन लॉरेन अपनी मृत बच्ची को सीने से लगाकर पूरी शिद्दत से प्रार्थना करती हैं, और तभी विज्ञान को चुनौती देते हुए एक चमत्कार होता है—जूडी पहली बार रो पड़ती है।

यह घटना फिल्म का मुख्य विषय स्थापित करती है: लॉरेन का प्यार न केवल एक हथियार है, बल्कि एक ढाल भी है। लेकिन इसके साथ ही एक अनजाना डर भी पैदा होता है। वॉरेन परिवार का जीवन हमेशा अलौकिक शक्तियों से घिरा रहा है, और जूडी का पुनर्जन्म इस बात का संकेत देता है कि शायद उन शक्तियों ने उसे छुआ है जिनसे उसके माता-पिता लड़ते आए हैं। यह दैवीय हस्तक्षेप हो या कोई ब्रह्मांडीय संयोग, जूडी का जन्म एक आशीर्वाद और एक अपशकुन दोनों बन जाता है।

परिवार का डर और जूडी की विरासत

दशकों बाद, जूडी की शादी टोनी स्पेरा से होने वाली है, जो एक पूर्व पुलिस अधिकारी है और एक जानलेवा गोलीबारी में बाल-बाल बचा था। टोनी का भी मौत से सामना हो चुका है, जो उसे जूडी का एक स्वाभाविक साथी बनाता है—एक ऐसा व्यक्ति जिसे भाग्य ने चुना है और जो वॉरेन की दुनिया में पूरी तरह से शामिल होने से पहले ही उसकी ओर खिंचा चला आता है। एड और लॉरेन का अपनी बेटी को लेकर ज़रूरत से ज़्यादा सुरक्षात्मक रवैया इसी डर से पैदा होता है कि कहीं उनका अतीत फिर से न दोहराया जाए और उनकी बेटी भी उसी अंधेरे में न खींच ली जाए जिसे वे इतने सालों से रोकते आए हैं।

यह डर तब सच साबित होने लगता है जब जूडी अपने आसपास एक अनजानी उपस्थिति महसूस करने लगती है। उसे फादर गॉर्डन की मौत के दृश्य दिखाई देते हैं और परालौकिक दुनिया से कानाफूसी सुनाई देने लगती है। अपनी माँ के साथ उसका मानसिक जुड़ाव एक उपहार और अभिशाप दोनों बन जाता है। जब जूडी पर एक आत्मा कब्ज़ा कर लेती है, तो यह सिर्फ़ एक अलौकिक हमला नहीं होता, बल्कि पीढ़ियों के बीच का एक टकराव होता है—एक बेटी को अपने माता-पिता के विश्वास का बोझ विरासत में मिलता है, और उसे यह तय करना होता है कि वह इसे आगे बढ़ाएगी या इसके नीचे कुचल जाएगी।

स्मर्ल परिवार का मामला और शापित आईना

फिल्म का बाहरी संघर्ष स्मर्ल परिवार के घर में होने वाली डरावनी घटनाओं से आता है, लेकिन यह वॉरेन परिवार के आंतरिक संघर्ष का एक प्रतिबिंब भी है। वेस्ट पिट्सटन में स्मर्ल परिवार का घर असाधारण गतिविधियों से त्रस्त है—आईने टूट जाते हैं, दीवारों से आवाज़ें आती हैं, और उस ज़मीन पर हुए एक पुराने हत्याकांड से जुड़ी आत्माएँ दिखाई देती हैं। फादर गॉर्डन की अचानक आत्महत्या के बाद, एड और लॉरेन अपनी अनिच्छा और एड के खराब स्वास्थ्य के बावजूद स्मर्ल मामले की जांच करने के लिए मैदान में वापस आते हैं।

जल्द ही लॉरेन को पता चलता है कि यह मामला एक पुराने और ज़्यादा ख़तरनाक राज़ से जुड़ा है—एक शापित आईना (The Conjuring Mirror), जिसे वॉरेन दंपति ने अपनी शुरुआती जांच के दौरान संभाला था और जो अब दशकों बाद फिर से सामने आया है। यह आईना सिर्फ़ बुराई को नहीं दिखाता, बल्कि उसे अपने अंदर समाहित करता है और उन आत्माओं की नफ़रत और दुख को प्रसारित करता है जिन्हें उसने कभी कैद किया था। स्मर्ल परिवार तो बस एक चारा था; आईने का असली निशाना जूडी है।

फिल्म का समापन, समीक्षा और डिजिटल रिलीज़

“द कॉन्ज्यूरिंग: द डेविल मेड मी डू इट” और “द नन II” जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके माइकल शावेज़ ने “लास्ट राइट्स” के साथ इस सिनेमाई अध्याय को सफलतापूर्वक समाप्त किया है, जिसकी शुरुआत एक दशक पहले जेम्स वान की मूल “द कॉन्ज्यूरिंग” (2013) से हुई थी। न्यू लाइन सिनेमा, एटॉमिक मॉन्स्टर और द सैफरन कंपनी द्वारा निर्मित और वार्नर ब्रदर्स पिक्चर्स द्वारा वितरित यह फिल्म वायुमंडलीय हॉरर और दिल दहला देने वाले क्षणों का बेहतरीन मिश्रण है।

रॉटेन टोमेटोज पर समीक्षकों से इसे भले ही 59% की औसत रेटिंग मिली हो, लेकिन दर्शकों ने इसे 78% के स्कोर के साथ बहुत पसंद किया है, जो यह साबित करता है कि फिल्म की भावनात्मक गहराई और रोंगटे खड़े कर देने वाले दृश्यों ने प्रशंसकों को गहराई से प्रभावित किया है। देखते रहिए, क्योंकि यह हॉरर गाथा जल्द ही भारत में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी।

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