गूगल क्रोम बना सबसे तेज़ ब्राउज़र, Speedometer 3 पर रचा नया रिकॉर्ड

अब तक माना जा रहा था कि Microsoft Edge या Safari सबसे तेज़ ब्राउज़र हैं, लेकिन Google Chrome ने सभी को पीछे छोड़ते हुए Speedometer 3 टेस्ट में अब तक का सबसे ऊंचा स्कोर हासिल किया है। इसका मतलब यह है कि वेबपेज लोड करने और चलाने की रफ्तार में फिलहाल Chrome सबसे आगे है।
गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट “The Fast and the Curious” में जानकारी दी कि अगस्त 2024 की तुलना में Chrome अब 10% तेज़ हो गया है। यह सुधार भले ही छोटा लगे, लेकिन इसका प्रभाव काफी बड़ा है। अगर हर Chrome उपयोगकर्ता रोज़ाना सिर्फ 10 मिनट ऑनलाइन बिताता है, तो यह वैश्विक स्तर पर 5.8 करोड़ घंटे की बचत करता है — यानी करीब 83 इंसानी जीवनकाल जितना वक्त, जो पहले वेब लोड होने के इंतजार में जाता था।
Speedometer 3 टेस्ट ब्राउज़र की दुनिया में एक महत्वपूर्ण मानक है। यह जांचता है कि कोई ब्राउज़र रोज़मर्रा के कामों को कितनी कुशलता से करता है — जैसे कि पेज लोड करना, स्क्रिप्ट चलाना, टेक्स्ट रेंडर करना और CSS को प्रोसेस करना। Chrome ने यह नया कीर्तिमान MacBook Pro M4 (macOS 15) पर हासिल किया है। हालांकि यह एक प्रीमियम हार्डवेयर सेटअप है, फिर भी परिणाम अहम माने जा रहे हैं।
गूगल का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से उन्होंने चुपचाप Chrome की कार्यक्षमता सुधारने पर काम किया है। इसमें ब्राउज़र की मेमोरी मैनेजमेंट को बेहतर बनाना, फॉन्ट और टेक्स्ट रेंडरिंग को तेज़ करना और CSS व JavaScript प्रोसेसिंग को और अधिक ऑप्टिमाइज़ करना शामिल है। ये तकनीकी सुधार वेबसाइट्स को और जल्दी खोलने, स्मूद महसूस कराने और सिस्टम पर कम दबाव डालने में मदद कर रहे हैं।
अगर हाल ही में आपका ब्राउज़र धीमा लग रहा है, तो यह Chrome को दोबारा आज़माने का सही समय हो सकता है। यह सिर्फ तेज़ी का दावा नहीं है, बल्कि वास्तव में आपके समय की बचत कर सकता है और वेब ब्राउज़िंग को पहले से कहीं अधिक आसान बना सकता है।