रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दिसंबर तिमाही में दिखाया मुनाफे का मजबूती से प्रदर्शन

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जो भारत की सबसे बड़ी और सबसे विविधीकृत कंपनियों में से एक है, ने वित्तीय वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही (जो 31 दिसंबर को समाप्त हुई) के लिए अपनी वित्तीय रिपोर्ट जारी की है। कंपनी की मजबूत व्यापारिक रणनीतियों और विविध क्षेत्रों में उपस्थिति के चलते, इस तिमाही में रिलायंस ने उल्लेखनीय वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है।
रिलायंस की स्थापना वर्ष 1973 में हुई थी और आज यह भारत की एक प्रमुख लार्ज कैप कंपनी के रूप में जानी जाती है। वर्तमान में कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹17.5 लाख करोड़ से अधिक है, जो इसकी आर्थिक मजबूती को दर्शाता है।
ताजा तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज की समेकित बिक्री ₹2,44,200 करोड़ रही, जो कि पिछली तिमाही की ₹2,36,411 करोड़ की बिक्री की तुलना में 3.29% अधिक है। इसके अलावा, यह बिक्री पिछले वर्ष की समान तिमाही के ₹2,28,955 करोड़ के आंकड़े की तुलना में 6.66% की वृद्धि दर्शाती है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी ने स्थिर विकास की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
कंपनी ने इस तिमाही में ₹21,804 करोड़ का कर पश्चात शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जो कि निवेशकों और शेयरधारकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह मुनाफा दर्शाता है कि रिलायंस ने न केवल राजस्व बढ़ाया है, बल्कि लागत नियंत्रण और परिचालन दक्षता के क्षेत्र में भी सुधार किया है।
31 मार्च 2025 तक, रिलायंस के कुल बकाया शेयरों की संख्या 1,353 है, जो इसकी व्यापक निवेशक आधार को दिखाता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह प्रदर्शन भारतीय कॉरपोरेट क्षेत्र के लिए एक प्रेरणास्रोत है। कंपनी ऊर्जा, रिटेल, डिजिटल सेवाओं और पेट्रोकेमिकल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पकड़ को और मजबूत कर रही है। इसके अलावा, भविष्य के लिए कंपनी की योजनाएं और निवेश रणनीतियाँ इसे दीर्घकालिक विकास की दिशा में अग्रसर करती हैं।
इस मजबूत तिमाही नतीजे के साथ, रिलायंस ने फिर यह साबित किया है कि वह न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।