23 साल बाद Skype का अंत: अब Microsoft Teams पर कैसे शिफ्ट करें अपने चैट और कॉन्टैक्ट्स?

माइक्रोसॉफ्ट ने Skype को क्यों बंद किया?
2003 में लॉन्च हुआ Skype, कुछ ही समय में फ्री वीडियो और वॉइस कॉलिंग के लिए सबसे पसंदीदा ऐप बन गया था। 2000 के दशक में इसने लंबी दूरी की बातचीत को न सिर्फ आसान बनाया बल्कि बेहद सस्ता भी कर दिया। कई परिवारों की तरह, मेरे अपने भी एक वेबकैम लेकर सिर्फ इसलिए आए थे ताकि लंदन में रहने वाले कज़िन से “Skype कॉल” के जरिए आमने-सामने बात हो सके।

हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में Zoom, Google Meet और खुद Microsoft Teams जैसे अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता बढ़ने से Skype की चमक फीकी पड़ने लगी थी। अब Microsoft ने आधिकारिक रूप से Skype को बंद करने का फैसला किया है और इसकी जगह Teams को प्राथमिकता दी जा रही है — खासकर उस दौर के बाद जब कोविड महामारी के चलते रिमोट वर्क का चलन तेजी से बढ़ा।

Skype अकाउंट का क्या होगा?
Microsoft यह सुनिश्चित कर रहा है कि Skype से Teams पर ट्रांजिशन पूरी तरह आसान हो। यूज़र्स अपने पुराने Skype लॉगिन से Microsoft Teams में साइन इन कर सकते हैं। एक बार लॉगिन करने पर उन्हें अपनी पुरानी चैट हिस्ट्री, कॉन्टैक्ट्स और कॉलर आईडी जैसी जानकारी पहले से ही Teams में मिल जाएगी।

जो यूज़र्स आगे Teams का इस्तेमाल नहीं करना चाहते, उनके लिए भी विकल्प मौजूद है। Microsoft उन्हें Skype बंद होने से पहले अपना डेटा डाउनलोड करने की सुविधा दे रहा है। इसमें सभी शेयर किए गए फाइल्स, मैसेज और कॉन्टैक्ट लिस्ट शामिल हैं, जिन्हें Skype के वेब पोर्टल पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है।

Microsoft Teams को नया कम्युनिकेशन टूल क्यों बनाया गया है?
Skype जहां मुख्य रूप से व्यक्तिगत वीडियो कॉल्स के लिए इस्तेमाल होता था, वहीं Microsoft Teams को पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें 10,000 तक प्रतिभागियों के लिए वीडियो मीटिंग्स, दस्तावेजों पर रीयल-टाइम सहयोग, और कई तरह के ऐप इंटीग्रेशन की सुविधा है।

Teams आज माइक्रोसॉफ्ट का प्रमुख कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म बन गया है। ऑफिस मीटिंग्स से लेकर दोस्तों के साथ चैट तक, हर जरूरत को यह एक ही मंच पर पूरा करता है। यही वजह है कि Skype के विकल्प के रूप में इसे ही सबसे उपयुक्त उत्तराधिकारी माना जा रहा है।